Events (Importance Of Education Charity)



समर्पण संस्था द्वारा '' शिक्षा दान का महत्व" पर व्याख्यान व मीटिंग आयोजित ….

शिक्षा दान सर्वश्रेष्ठ दान है।
               - डॉ. दौलत राम माल्या

    जयपुर, 25 अप्रेल । " शिक्षा दान सर्वश्रेष्ठ दान है ।इससे बढ़कर कोई दान नहीं है। अन्न, वस्त्र, औषधि, धन भोजन आदि के दान एक न एक दिन खत्म हो जाते है। लेकिन शिक्षा का दान कभी खत्म नहीं होता है वह आजीवन साथ रहता है । " उक्त विचार समर्पण संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आर्किटेक्ट डॉ. दौलत राम माल्या ने वस्त्र बैंक परिसर, श्री कल्याण नगर करतारपुरा में 
'' शिक्षा दान का महत्व" पर आयोजित व्याख्यान में व्यक्त किये।
   डॉ० माल्या ने अपने व्याख्यान में पीपीटी प्रजेन्टेशन द्वारा बताया कि शिक्षा हमारे जीवन का आभूषण है. जिससे हमारे व्यक्तित्व में निखार आता है। हमारी शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़ें, बुद्धि का विकास हो, और मनुष्य अपने पैरो पर खड़ा हो सकें ।
   डॉ. माल्या ने समर्पण संस्था द्वारा निर्धन विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए किये जा रहे नवाचार "एज्यूकेशनल एम्बेसेडर" अभियान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संस्था द्वारा आर्थिक सम्पन्न व्यक्ति जो पे बैक टू सोसायटी की भावना रखते हैं। उन्हें एक निर्धन विद्यार्थी की शिक्षा की जिम्मेदारी देकर  एज्युकेशनल एम्बेसेडर नियुक्त किया जा रहा है। शैक्षिक सत्र 2021-22 में संस्था द्वारा कुल 60 एज्यूरेशनल एम्बेसेडर नियुक्त किये गये थे। अब आगामी शैक्षिक सत्र 2022-23 के लिए 30 अप्रैल तक आवेदन आमंत्रित किये गये है । इसके साथ ही जरूरतमंद विद्यार्थियों से भी  30 अप्रैल तक आवेदन मांगे गये है।
    कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संस्था के मुख्य सलाहकार व पूर्व जिला न्यायाधीश श्री उदय चन्द बारूपाल  ने कहा कि बाबा साहेब डॉ० अम्बेडकर के "एज्यूकेशनल एम्बेसेडर" महाराजा गायकवाड़ थे जिन्होंने विदेश में पढ़ाई के लिए शिक्षा सहायता दी थी । आज समर्पण संस्था से जुड़े, "एज्यूकेशनल एम्बेसेडर"  वही काम कर रहे है जिससे समाज में भारत रत्न डॉ० अम्बेडकर जैसी अनेक प्रतिभाये  निखरकर आयेगी।
    इस अवसर उपस्थित संस्था के पदाधिकारियों ने एज्यूकेशनल एम्बेसेडर अभियान के ब्रोसर का विमोचन भी किया ।
   मीटिंग में संस्था द्वारा 8वाँ शिक्षा सहायता व एज्यूकेशनल एम्बेसेडर अधिवेशन 'शिक्षा दान महोत्सव " के रूप में 3 जूलाई को आयोजित करने का निर्णय लिया गया ।